आउटपुट डिवाइसेज ( Output Devices ), मॉनिटर (वी० डी० यू०) ( Monitor Video Display Unit),

आउटपुट  डिवाइसेज ( Output  Devices ), मॉनिटर (वी० डी० यू०) ( Monitor  Video  Display Unit),
स्पीकर (Speaker), मल्टीमीडिया प्रोजेक्टर ( Multimedia Projector ), स्पीच सिंथेसाइज़र  ( Speech  Synthesizer ),  प्लॉटर  ( Plotter ),  प्रिंटर  ( Printer ) .  आदि के बबरे में आज बताऊँगा  में आप को लोगो को  आज आउटपुट  डिवाइसेज  के बारे  में और ये कैसे काम करते हैं।  ये  भी जाने।  


1.    आउटपुट  डिवाइसेज ( Output  Devices )
       इस प्रकार  हैं।  
        मॉनिटर (Monitor)
        स्पीकर (Speaker)
        मल्टीमीडिया प्रोजेक्टर ( Multimedia Projector )
        स्पीच सिंथेसाइज़र  ( Speech Synthesizer )
        प्लॉटर  ( Plotter )
        प्रिंटर  ( Printer )


1मॉनिटर (वी० डी० यू०) ( Monitor  Video  Display Unit)
    
     मॉनिटर  तथा  वी० डी०   यू०  देखने  में एक  टेलीविजन  के समान  लगता  हैं।  मॉनिटर का Size 9 ", 12 " 15 " , 17 "  तथा  21 " इंच  होता हैं।   आप  ( Images ) देख सकते हैं।  






                                                       मॉनिटर  ( Monitor ) 



    मॉनिटर रंगीन  तथा श्याम - श्वेत  दोनों  रूपों  में उपलब्ध  हैं।  की बोर्ड द्वारा दिए गए इनपुटों की प्रोसेसिंग करके मॉनिटर पर  परिणाम दिखाए जाते  हैं।  मॉनिटर  के अंदर  ( Cathode  Ray  Tube ) या (CRT ) अहम्  भूमिका निभाती  हैं।  फॉस्फोरस  कोटिंग  से बनी  यही स्क्रीन  परिणाम  प्रदर्शित  करती हैं।  फॉस्फोरस  कोटिंग  से बनी यही  ( Cathode  Ray  Tube ) ही  हमें स्क्रीन  पर  पिकचर  दिखती हैं।  


2.   स्पीकर  ( Speaker ) 

      कंप्यूटर  द्वारा  दिए  गए  निर्देशों  की आवाज ,Click Sound   गाने , गेम  ,मूवी , आदि  की आवाज  यही स्पीकर हम  तक पहुंचाते  हैं।  यह तार सी०  पी०  यू०   से जुड़े  रहते  हैं।  जिनके जरिये  हमें आवाज सुनाई  देती हैं।  
                                                                        स्पीकर  ( Speaker )

 3. मल्टीमीडिया  प्रोजेक्टर ( Multimedia  Projector ) 

     मल्टीमीडिया  प्रोजेक्टर कंप्यूटर  से जुड़ा रहता  हैं।  यह सूचनाओं  तथा  हस्तलिपि को  कपड़े  तथा दिवार बोर्ड आदि  पर  पर्दर्शित करता हैं।  इसके द्वारा  बड़ी मात्रा  में बोर्ड  पर पर्दर्शित  सन्देश काम समय  में आसानी  से समझे  जा सकते  हैं।  अब इस समय में तो कई प्रकार  के प्रोजेक्टर  होते  हैं जैसे  3 D  , HD , SD  आदि प्रकार  जके प्रोजेक्टर  होते हैं।  आप (Images ) देख सकते हैं।  


                                                                मल्टीमीडिया  प्रोजेक्टर  ( Multimedia  Projector )



4.    स्पीच   सिंथेसाइज़र  ( Speech  Synthesizer )  
    
       स्पीच सिंथेसाइज़र  एक तरह की डिवाइस  हैं  और यह  लिखी  हुई  समाग्री  को बोलकर  समझाती  हैं।  यह  डिवाइस  नेत्रहीनों  ( Handicapped  Persons ) के लिए  विशेष  रूप  से बनाई  गयी  हैं।  यह स्पीकर  से जुडी रहती हैं।  ( Text ) को  समझकर स्पीकर  की सहयता  से यह हमें लिखी  हुई  समाग्री  ( Text ) समझाता  हैं।  हे न   कमाल  की डिवाइस और आप को मार्किट  में कही भी मिलजाएगी।  इसकी कॉस्ट  कोई खास नहीं होती  और ये( Handicapped  Persons)   के लिए तो बोहोत ही यूजफुल  हैं।  


                                                        स्पीच सिंथेसाइज़र  ( Speech  Synthesizer )


5.   प्लॉटर  ( Plotter )  
      प्लॉटर  एक आउटपुट  डिवाइस  हैं।  इसका  प्रयोग  बड़ी और अच्छी  किस्म  की कला कागज पर  छापने  के लिए  किया  जाता  हैं।   ये प्लॉटर  कीमत  में  महंगे  होते  हैं।  इनके  द्वारा  रंगीन चित्र  , पिकचर  आदि बनाई  जाती हैं।   प्रिंटर  हमें  सिमित   आकार  के चित्र  ही प्रिंट  करके  दे सकता  हैं  जबकि प्लॉटर  बड़े से  बड़े  आकार  के रंगीन चित्र  प्रिंट  कर  सकता  हैं।   पेन   प्लॉटर  धीरे  चलने वाली  डिवाइस  हैं।  यह साधारण  ड्राइंग  में  अधिक - से - अधिक  समय  लेती  हैं।  इसके द्वारा   प्रिंट  चित्र सूंदर व अच्छी  किस्म  के होते  हैं।  पेन प्लॉटर  को चार भागो  में बांटा  गया हे -  आप ( Images ) में देख सकते  हैं।  
     
                                                                 ड्रम  प्लॉटर  ( Drum  Plotter ) 
                                                                   
                                                           मइक्रोग्रिप  प्लॉटर  ( Microgrip  Plotter ) 
                                                      फ्लैट - बेड  प्लॉटर  ( Flat - Bed  Plotter
                                                इंकजैट  प्लॉटर  ( Inkjet  Plotter ) 




6. प्रिंटर  ( Printer ) 
 
      प्रिंटर परिणामो  को कागज  पर प्रिंट करने वाली  प्रिसिद्ध आउटपुट  डिवाइस  हैं।  
  प्रिंटर  की तीन  श्रेणी  हैं।  
 
1.   अक्षर  प्रिंटर  ( Character  Printer  ) -  
      यह सभी अक्षरों  को सामान  रूप  से प्रिंट  करता  हैं।   यह  300 - 600  अक्षर  प्रति सेकंड  प्रिंट  करता  हैं।   यह धीमी  गति  से कार्य  करता  हैं।  
                                                  अक्षर  प्रिंटर ( Character  Printer ) 

2.  लाइन प्रिंटर  ( Line  Printer )
     लाइन प्रिंटर  एक  बार में एक लाइन प्रिंट करता  हैं।  यह 300 - 3000  लाइन  प्रति  मिनट  प्रिंट  करता  हैं।  
                                                            लाइन प्रिंटर  ( Line  Printer ) 

3.   पेज  प्रिंटर  ( Page  Printer ) 
      पेज  प्रिंटर  एक बार में  पूरा एक  पेज प्रिंट कर  सकता हैं।   आप कभी फोटो  कॉपी  करने गए होंगे तो  देखा होगा  कैसे  पेज  प्रिंटर  एक बार में एक पेज  प्रिंट  करता हैं  
                                                                 पेज प्रिंटर  ( Page  Printer ) 


 1. इंपैक्ट  प्रिंटर  ( Impact  Printer  ) 
   
     इम्पैक्ट  प्रिंटर  ( Impact  printer ) - इसमें रिबन ,  पिन , इलेक्ट्रो  मशीन का प्रयोग किया जाता  हैं।  इसके अंतर्गत  डॉट - मैट्रिक्स  प्रिंटर आता  हैं।  
 डॉट  मैट्रिक्स प्रिंटर  - मेट्रिक्स  प्रिंटर  टाइप  मशीन  के समान कार्य करता हैं।  पिन जब  रिबन पर  लगती  हैं  तो  कागज  पर अक्षर  छाप  जाता हैं।  यह फिक्स ,  फॉउंट के  अक्षर  प्रिंट  नही करता।  यह चिन्ह   प्रिंट  करने के योगय हैं।  
               
                                                   इम्पैक्ट  प्रिंटर  ( Impact   Printer ) 

2.   नोन इम्पैक्ट प्रिंटर  ( Non  Impact  Printer ) 
      
      इसमें इलेक्ट्रॉनिक   रिबन  , पिन आदि का प्रयोग  नहीं होता  हैं।  इसमें थर्मल , कैमिकल , इलेक्ट्रोस्टेटिक , लेजर बीम इंकजैट  थर्मलोंजी  की आवश्यक्ता  पड़ती हैं।  डॉंट - मेट्रिक्स टाइप थर्मल करैक्टर प्रिंटर                    ( Dot  Matrix  Type  Thermal  Characrer  Printer ) हैं।  
 इस तरह के प्रिंटर  में  (Special  Heat  Sensitive)  पेपर  का प्रयोग होता हैं।  यह स्पेशल कोटिंग  ( Special  Coating ) से बना  होता हैं।  
जब इस पेपर  में आँच  लगती  हैं यह डार्क  हो जाता  हैं।  यह 5 + 77 +9 मैट्रिक्स  से बना  होता हैं।  जिस मैट्रिक्स  पर आँच लगती हैं वही  कागज पर  छाप  जाता हैं।  यह 20  अक्षर प्रति सेकंड  छापने  में  सक्षम  हैं।  



अगले  पेज  पर आपको सी०  पी०   यू०   के बारे  में बताया जायेगा  सी०  पी०   यू०   कैसे बनाया  जाता  हैं कैसे चलता हैं  सी०  पी०   यू०   किया हैं।  साडी चीजे  जानने  दूसरे  पेज पर ( VISIT ) करे आप का बोहोत सुक्रिया हमरी वेबसाइट  पर आने के लिए  . . .  धन्यवाद 🙏 🙏 🙏 🙏 🙏






















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